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ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अब लोगों को लंबा इंतजार नहीं करना Driving Licence जाने क्या है प्रोसेस

ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अब लोगों को लंबा इंतजार नहीं करना Driving Licence जाने क्या है प्रोसेस


ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अब लोगों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। परिवहन मंत्री अशोक कटारिया का कहना है कि अब परिवहन विभाग तत्काल ड्राइविंग लाइसेंस भी जारी करेगा। परिवहन विभाग जल्द ही इस व्यवस्था को शुरू करने की तैयारी में है। 

बरेली के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश के परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने कहा कि दो महीने के अंदर तत्काल डीएल जारी करने की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। नई प्रक्रिया में रेलवे के तत्काल टिकट की तर्ज पर ड्राइविंग लाइसेंस दिया जाएगा। वर्तमान में लाइसेंस बनवाने के लिए 6 महीने तक का इंतजार करना होता है। लर्निंग लाइसेंस आवेदन के तीन महीने बाद टेस्ट के लिए स्लॉट दिया जाता है। लर्निंग लाइसेंस बनने के एक महीने बाद स्थाई लाइसेंस के लिए आवेदन होता है। इसके बाद फिर ड्राइविंग कौशल परीक्षण के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।

नई व्यवस्था में तुरंत ही कंप्यूटर और ड्राइविंग टेस्ट लेकर लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा। इससे पूर्व भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया। इसमें जिलाध्यक्ष पवन शर्मा, महानगर अध्यक्ष डा. केएम अरोड़ा, प्रदीप अग्रवाल, देवेंद्र जोशी, राज अग्रवाल, प्रदीप पुष्कर, श्वेतांक सक्सेना, विष्णु गुप्ता, संतोष शर्मा, संजीव सिंह समेत कई भाजपा नेता थे। आरटीओ अनिल गुप्ता, एआरटीओ आरपी सिंह समेत परिवहन विभाग के कई अधिकारी वहां पहुंचे। परिवहन मंत्री र्सिकट हाउस में रात्रि विश्राम के बाद रविवार को बिजनौर रवाना होंगे।

रोडवेज बसों में चल रही है इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन (ईटीएम) की कमी जल्द दूर होगी। परिवहन मंत्री ने बताया इस संबंध में मुख्यालय स्तर पर नई कंपनी को टेंडर दिया जा चुका है। नई मशीनें आने के बाद बसों में मैनुअल टिकट नहीं बनाने पड़ेंगे। 

पुराने मामलों की जल्द पूरी हो जांच
शहर आए परिवहन मंत्री ने विभागीय अधिकारियों से नियम विरुद्ध तरीके से ट्रक को टैंकर बनाने, फर्जी नंबर प्लेट से माल ढुलाई करने समेत पुराने मामलों पर सवाल किए। उन्होंने जल्द जांच पूरी कर मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए। 

मानक के विरुद्ध क्षमता से अधिक बड़ी बनाई गई ट्रालियों को गन्ना ढुलाई का टेंडर देने का मामला भी परिवहन मंत्री के सामने उठा। शिकायत पर मंत्री ने एआरटीओ प्रवर्तन को ऐसे वाहनों के विरूद्ध कार्रवाई को अभियान शुरू करने के निर्देश दिए। जिले में अब तक एक भी कार्रवाई ना होने पर उन्होंने अधिकारियों की कड़ी फटकार लगाई।


लखनऊ। Driving Licence बनवाने के लिए कुछ लोग आरटीओ के दफ्तर काटते रहते हैं तो कुछ बिचौलियों का सहारा लेते हैं। फिर भी तुरंत लाइसेंस मिल जाए ऐसा मुमकिन नहीं। वहीं अब मोटर वाहन संशोधित अधिनियम के एक सितंबर से लागू होने के बाद तो ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों की बाढ़ सी आ गई है। ऐसे में आरटीओ दफ्तरों में अफसरों का काम तो बढ़ा ही है, आवेदनकर्ता भी भारी भीड़ देखकर हताश है। साथ ही एक परेशानी यह भी देखने को मिल रही है कि यदि आवेदनकर्ता के पास मौजूदा पते का दस्तावेज नहीं है तो वह ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बना पा रहे था। फिलहाल सीधे-सीधे तौर पर अगर देखा जाए तो कानपुर रोड पर स्थित आरटीओ दफ्तर से Driving Licence बनवाने की वेटिंग 60 दिन की चल रही है। इसका मतलब यह है कि अगर आप आज आवेदन करते हैं, तो दो महीने बाद ही आपके बायोमीट्रिक टेस्ट देने की बारी आएगी। लेकिन अब जल्द Driving Licence पाने वालों के लिए एक सुविधा है।

वर्तमान पते के डॉक्यूमेंट्स नहीं, फिर भी बनेगा लाईसेंस-


इस मामले में आपको अपने मूल निवास, मतलब आप जहां के रहने वाले हैं, वहां के डॉक्यूमेंट्स (Documents) के साथ आपको शपथ पत्र देना होगा, जिसपर जो भी पता लिखा होगा उसपर आपको ड्राइविंग लाइसेंस दे दिया जाएगा। और उसी पते को स्थाई मान लिया जाएगा। मान लीजिए आप दिल्ली एनसीआर के स्थाई निवासी हैं, लेकिन नौकरी या कारोबार की वजह से आप लखनऊ में रह रहे हैं और आप चाहते हैं कि आपके पते से साथ आपका ड्राइविंग लाइसेंसबन जाए। तो एक सितम्बर के बाद अब यह मुमकिन है। उक्त प्रक्रिया का फॉलो करने की जरूरत हैं। इससे प्रदेश भर के आवेदक लाईसेंस बनवा सकेंगे।

ऑनलाइन हो सकेगा आवेदन-

ऐसे डीएल (DL) बनवाने के लिए आप ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं। इसमें इस बात का ध्यान रखें कि जब आप आवेदन करें तो जहां के आप रहने वाले हैं उसे अस्थाई दिखाई, और वर्तमान में जहां आप रह रहे हैं, उसे स्थाई दिखाए। इस मामले में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) लखनऊ, संजय कुमार तिवारी (Sanjay Kumar Tiwari) ने बताया है कि ऑनलाइन आवेदन के दौरान आवेदक के शपथ पत्र पर जिस स्थायी पते का उल्लेख होगा वहीं मान्य होगा और उसी पते पर ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) डेलीवर किया जाएग। ऐसे में आवेदक वर्तमान में जहां पर निवास करते हैं, उसी स्थायी पते का उल्लेख करें। आनलाइन अप्लाई (Online Apply) करते वक्त त डीएल के शुल्क भी जमा करें। जिस दिन जिस समय आरटीओ (RTO) में बुलाया जाए, पहुंचे और डीएल के लिए बायोमीट्रिक टेस्ट दें।

Driving License के लिए शैक्षिक योगयता की अनिवार्यता खत्म, अब ये लोग भी बनवा सकेंगे ड्राइविंग लाइसेंस


लखनऊ। Driving Licence बनवाने के लिए कुछ लोग आरटीओ के दफ्तर काटते रहते हैं तो कुछ बिचौलियों का सहारा लेते हैं। फिर भी तुरंत लाइसेंस मिल जाए ऐसा मुमकिन नहीं। वहीं अब मोटर वाहन संशोधित अधिनियम के एक सितंबर से लागू होने के बाद तो ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों की बाढ़ सी आ गई है। ऐसे में आरटीओ दफ्तरों में अफसरों का काम तो बढ़ा ही है, आवेदनकर्ता भी भारी भीड़ देखकर हताश है। साथ ही एक परेशानी यह भी देखने को मिल रही है कि यदि आवेदनकर्ता के पास मौजूदा पते का दस्तावेज नहीं है तो वह ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बना पा रहे था। फिलहाल सीधे-सीधे तौर पर अगर देखा जाए तो कानपुर रोड पर स्थित आरटीओ दफ्तर से Driving Licence बनवाने की वेटिंग 60 दिन की चल रही है। इसका मतलब यह है कि अगर आप आज आवेदन करते हैं, तो दो महीने बाद ही आपके बायोमीट्रिक टेस्ट देने की बारी आएगी। लेकिन अब जल्द Driving Licence पाने वालों के लिए एक सुविधा है।


ऐसे मिलेगा जल्द ही लाइसेंस-


उक्त पछड़े से बचना चाहते हैं और तुरंत ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) आप चाहते हैं को आवेदनकर्ता ट्रांस गोमती (Trasn Gomti) के देवा रोड (Deva Road) स्थित एआरटीओ कार्यालय (ARTO Office) में ऑनलाइन आवेदन कर के एक हफ्ते के अंदर ही बायोमीट्रिक (Biometric) प्रक्रिया पूरी करा सकते हैं। ऐसे आवेदकों को जल्द ही Driving Licence मिल जाएगा।


वर्तमान पते के डॉक्यूमेंट्स नहीं, फिर भी बनेगा लाईसेंस-


इस मामले में आपको अपने मूल निवास, मतलब आप जहां के रहने वाले हैं, वहां के डॉक्यूमेंट्स (Documents) के साथ आपको शपथ पत्र देना होगा, जिसपर जो भी पता लिखा होगा उसपर आपको ड्राइविंग लाइसेंस दे दिया जाएगा। और उसी पते को स्थाई मान लिया जाएगा। मान लीजिए आप दिल्ली एनसीआर के स्थाई निवासी हैं, लेकिन नौकरी या कारोबार की वजह से आप लखनऊ में रह रहे हैं और आप चाहते हैं कि आपके पते से साथ आपका ड्राइविंग लाइसेंसबन जाए। तो एक सितम्बर के बाद अब यह मुमकिन है। उक्त प्रक्रिया का फॉलो करने की जरूरत हैं। इससे प्रदेश भर के आवेदक लाईसेंस बनवा सकेंगे।